paani paani re |
लेकिन जब से मैंने इस तस्वीर को देखा है लगता है मुझे
चिढ़ा रही है , मानो पूछती है मुझसे —क्यों ? क्या है इतना पानी तुम्हारे घर की टंकी में के इस तरह नहा सको ?
क्या है इतनी जगह बाथरूम में की दो लोग समां सको ?
साधारण सा प्रश्न मगर मैं मौन , निरुत्तर और पानी पानी .
सोचता हूँ कमबख्त ने किस दुखती रग पर हाथ धर दिया पानी खर्च करने पर तो सचमुच बड़ी पाबंदी है मेरे घर . पानी बर्बाद करने का अधिकार सिर्फ काम करने वाली बाई को है ,
कोई उसे कुछ नहीं कहता है सभी डरते हैं कही काम छोड़ दिया तो ??
चिढाना आसन है , तस्वीर को क्या पता मध्यवर्गीय
बाथरूम की गौरव गाथा . एक बाथरूम और 6 आदमी ,
बड़ी गरिमा और तालमेल के साथ इसकी सेवा ली जाती है .
सभ्य आदमी की तरह हम कतार में होते है तालमेल इस बात का की कौन कब जाएगा . इसके लिए हमारे
सो कर उठने के समय में अंतराल है , हम एक साथ उठ कर बाथरूम के लिए दौड़ नहीं लगाते . हाँ कभी कभार कतार में सेंधमारी हो जाती है . ऐसा हो सकता है की नंबर आप का हो और कोई दौड़ के घुस जाये ,
और आप चिल्लाते फिरे - साले निकल बाहर . और बहार
खड़े हम भीतर वाले को पानी बर्बाद करने की आजादी नहीं देते . कहेंगे - कितना पानी गिरा रहे हो आज नहीं निकलोगे क्या ? यानि हर वक्त हम जल खर्ची
को लेकर बिल्कुल सतर्क है ..
घर में यदि मेहमान हो तो हमारी सतर्कता
देखते बनती है .
दो सदस्यी टीम जल भण्डारण को बिल्कुल मुस्तैद रहती है हमेशा भय बना रहता है के कही पानी समाप्त न हो जाये कहीं मेहमान potty में फँस न जाए , घर का आदमी तो फिर भी आपातकालीन जलकोष से पानी की मांग कर लेगा ,
लेकिन मेहमान वो तो शर्म और संकोच से मुख से आवाज निकाल ही न पायेगा सोचेगा - पता नहीं कोई आपातकालीन व्यवस्था है भी या नहीं , पता नहीं मांगने
पर डांटदे की आपको सुनिश्चित कर के ही जाना था .
100 प्रतिशत सरकारी नल दिनभर पानी बहाते है ,
जल वैज्ञानिक बताते है 40% पानी हमलोग बर्बाद कर
देते है , उनका अनुमान है की 2030 में भीषण जल संकट
पैदा होगा ,तब पानी पेट्रोल को आँख दिखाएगी , प्रेमी
प्रेमिका को कहेगा –प्रिये इस b day पर तुम्हे एक tanker पानी की अनुपम भेट मिटा लो अपनी नहास को और प्रेमिका
कहेगी –wow कल तो सारा दिन नहाना है …
सोचता हूँ जल संकट के उस घडी में हमारी
जल प्रबंधन छमता बड़ी काम आने वाली है ,
जब पानी बन जाएगी दो बूँद जिंदगी की , और लोग
…सुबह शाम प्रार्थना में गाएंगे
पानी पानी रे पानी पानी रे..... ................... r…….
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